बेटे की शादी दहेज मुक्त कर दिया कुरीति को खत्म करने का सामाजिक संदेश
आज के इस दौर में एक तरफ जहां आये दिन ये खबर देखने-सुनने को मिलती हो कि पिता द्वारा अपनी लाडली बिटियाँ की शादी बडे ही धूमधाम से किये जाने के बाद भी ससुराल में बहू बनकर पहुंची बेटी को कम दहेज के ताने सुनने को मिलते हों उसे दहेज के लिए प्रताडित किया जाता हो ठीक उसी दौर में यदि यह भी देखने-सुनने को मिले कि बहुत ही प्रतिष्ठित पद पर पदस्थ कोई व्यक्ति अपने पु़त्र की शादी बहुत ही सादगी से और बिना किसी दहेज के करे तो निश्चित ही आश्चर्य होगा। जी, हाँ। हम आपको एक ऐसी ही शादी के बारे में बताने जा रहें हैं। यह शादी है देश के प्रथम नागरिक कहे जाने वाले राष्ट्रपति के सचिव के बेटे की। सीधा कहें तो राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्म के सचिव आईएएस राजेश वर्मा के बेटे की। शनिवार को राष्ट्रपति भवन में साधारण समारोह में राष्ट्रपति के सचिव राजेश वर्मा के बेटे की बिना दहेज के हुई शादी समाज को एक बडा सामाजिक संदेश है। इस शादी समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी शामिल रही।
आईएएस राजेश वर्मा हैं राजस्थान के मूल निवासी एवं उडीसा कैडर के अधिकारी
आईएएस राजेश वर्मा राजस्थान के मूल निवासी हैं एवं वर्ष 1987 बैच के उडीसा कैडर के अधिकारी हैं। राष्ट्रपति के सचिव बनने से पहले केन्द्र में ही कॉर्पोरेट मंत्रालय में सचिव थे।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के प्रमुख सचिव भी रहे हैं
आईएएस राजेश वर्मा उडीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के प्रमुख सचिव भी रह चुके हैं। इसके अलावा ये राज्य सरकार के विभिन्न महत्वपूर्ण विभागों जैसे-स्टील, खान, शिक्षा, कृषि एवं विद्युत का जिम्मा भी बखूबी संभाल चुके हैं।
शांत एवं सौम्य व्यवहार के धनी होने के साथ ही कुशल प्रशासक
आईएएस राजेश वर्मा की छवि शांत एवं सौम्य व्यवहार के धनी होने के साथ-साथ एक कुशल प्रशासक की है।