Birthday Special IPS Vikas Kumar: आज राजस्थान के सबसे तेज-तर्रार ऑफिसर्स में से एक आईपीएस विकास कुमार का जन्मदिन हैं. विकास कुमार को संगठित अपराध को खत्म करने का एक्सपर्ट माना जाता है. वह उन गिने-चुने अधिकारियों में शुमार है जो अपनी कार्यशैली से अलग पहचान रखते हैं. वर्तमान में वह जोधपुर रेंज के आईजी के रूप में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभा रहे हैं.
IPS अधिकारी विकास कुमार 2004 बैच के राजस्थान कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं. वे मूलतः औरंगाबाद के रहने वाले हैं. उन्होंने आईआईटी कानपुर से 1997 में बीटेक की डिग्री ली. इंजीनियरिंग के बाद उन्होंने सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी की. इसके बाद उन्होंने भारतीय रेलवे जॉइन किया. इस दौरान सिविल सेवा की तैयारी करते हुए वह 2004 में आईपीएस के लिए सिलेक्ट हो गए.

कई बड़े टास्क सुलझाने में रही अहम भूमिका
आईपीएस विकास कुमार अपने कार्य प्रणाली के लिए पुलिस विभाग में फेमस है. उन्होंने कई बड़े टास्क को सुलझाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. बतौर आईपीएस अपने शुरुआती दिनों में ही उन्होंने चित्तौडग़ढ़ में अफीम की रिकॉर्ड मात्रा जब्त की थी. पूर्व राजस्थान में अवैध खनन के धंधे को उखाड़ फेंका. इस दौरान विकास कुमार 10 जिलों में एसपी रहे. 2009-10 में गुर्जर-मीणा आंदोलन के दौरान शांति बहाल करने, 2010 में सीकर में शराब माफिया के खिलाफ मोर्चा खोलने, सांप्रदायिक हिंसा नियंत्रण, राजमार्ग डकैतों और अवैध हथियारों के बड़े रैकट को तहस-नहस करने के टास्क को पूरा करने में उनकी अहम भूमिका रही है.

अलवर में ‘कोबरा टीम’ बनाकर आए थे चर्चा में
आईपीएस विकास कुमार ने साल 2014 में अलवर जिले में एसपी के पद पर रहते हुए माफियाओं के खिलाफ एक्शन के लिए स्पेशल फोर्स ‘कोबरा टीम’ का गठन किया जिसकी चर्चा पूरे देशभर में रही. इसके जरिए उन्होंने पुलिस को आर्मी की ट्रेनिंग दिलवाई ताकि वह माफियाओं का पेशेवर तरीके से खात्मा कर सके. इसके बारे में आईपीएस विकास कुमार बताते हैं कि जब मैं अलवर में तैनात था तो मैंने देखा यहां काफी पेशेवर अपराधी हैं. मुझे महसूस हुआ कि हमें एक ऐसी फोर्स की जरूरत है जिसमें आक्रामकता हो, जिसमें एनर्जी हो और जिसको थोड़ा एक्सपोजर मिला हो ताकि इन अपराधियों का डटकर मुकाबला कर सके. मैंने आर्मी के कमांडर से संपर्क किया और अपनी बात रखी तो वो तैयार हो गए. हमने पुलिसवालों की एक नई टीम तैयार की जिसे आज लोग कोबरा टीम (क्रिटिकल ऑपरेशन्स बैकअप एंड रैपिड एक्शन टीम) के नाम से जानते हैं.

प्रेसिडेंट द्रौपदी मुर्मू ने भी किया था सम्मानित
पूर्वी राजस्थान में अवैध खनन करने वाले माफियाओं पर कार्रवाई के लिए आईपीएस विकास कुमार को आईआईटी कानपुर की ओर से प्रतिष्ठित सत्येन्द्र के. दुबे मेमोरियल अवॉर्ड-2017 से सम्मानित किया जा चुका है. जनवरी 2024 में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी उन्हें चुनाव प्रबंधन के लिए विशेष अवार्ड से सम्मानित किया था. दरअसल, राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में विकास कुमार की अगुवाई में पुलिस ने शानदार काम किया था जिसमें रिकॉर्ड तोड़ कैश बरामद किया गया. इसका नतीजा ये हुआ कि पुलिस ने इस बार चुनाव में करीब 450 करोड़ का अवैध सामान जब्त किया जो पिछले चुनाव के मुकाबले 7 गुना ज्यादा था.