‘कलेक्टर’ सीरीज: आशीष गुप्ता, वो कलेक्टर जो सरकारी योजनाओं को धरातल पर लाने के लिए करते हैं कड़ी मेहनत

‘द कलंदर पोस्ट’ अपनी खास सीरीज ‘कलेक्टर’ में हर रोज प्रदेश के एक ऐसे कलेक्टर की कहानी बता रहा है जिनकी कार्यशैली और कर्तव्यनिष्ठता समाज में बड़े बदलाव की वजह बनी है. ये ऐसे IAS अधिकारी हैं जो हर कठिनाई और परिस्थिति में अपने पद के कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं. जिनकी ईमानदारी और नेकदिली को लोग सलाम करते हैं. ‘कलेक्टर’ सीरीज में आज हम आपको बता रहे हैं एक ऐसे ही एक आईएएस अधिकारी और अलवर कलेक्टर आशीष गुप्ता के बारे में…

मूलरूप से दिल्ली के रहने वाले आशीष गुप्ता 2013 बैच के IAS अधिकारी हैं. वह जनवरी 2024 से अलवर जिला कलेक्टर के पद पर तैनात हैं. इससे पहले जैसलमेर कलेक्टर थे. आईएएस टीना डाबी के छुट्टियों पर जाने के बाद उन्हें जैसलमेर जैसे संवेदनशील जिले में तैनाती दी गई थी जहां उन्होंने अपराध पर लगाम लगाकर अपने आपको शानदार ऑफिसर साबित किया है. आईएएस आशीष गुप्ता एक शानदार अधिकारी तो हैं ही, इसके साथ वे एक बेहद ही नेकदिल इंसान भी हैं. जिले में अगर आम जनता को कोई भी परेशानी होती है तो वह सारा काम छोड़कर लोगों के बीच पहुंच जाते हैं.

आशीष गुप्ता राजस्थान के ऐसे विरले ऑफिसर्स में शुमार हैं जो हमेशा लाइमलाइट से दूर रहकर अपने काम पर फोकस करते हैं. यही वजह है कि वह जहां भी पोस्टेड रहे उन्होंने अपने नवाचारों से आम जनता की समस्याओं का समाधान करके समाज में एक बड़ी तब्दीली लाई है.

शांतिपूर्ण तरीके से करवाया लोकसभा चुनाव में मतदान

चुनाव के समय अलवर के कई संवेदनशील इलाकों में सांप्रदायिक तनाव और हिंसा होने की आशंका रहती है. ऐसे में जिले में सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखना और वो भी चुनाव के समय काफी चुनौती भरा काम होता है. लेकिन इसके बावजूद लोकसभा चुनाव 2024 के समय आईएएस आशीष गुप्ता ने मतदान केंद्रों का औचक निरीक्षण और अपराध पर नियंत्रण करके जिले में शांतिपूर्ण ढंग से मतदान करवाया. ऐसा करके उन्होंने अपनी कार्यशैली और काबिलियत का लोहा मनवाया है.

जहां भी गए वहां विकास को दी नई धार

अलवर कलेक्टर आशीष गुप्ता यहां से पहले जैसलमेर, बूंदी और बांसवाड़ा जिले में भी कलेक्टर रह चुके हैं. इन जिलों में जितने भी समय वह कलेक्टर के पद पर रहे उन्होंने सरकारी योजनाओं में बने बिचौलियों और भ्रष्टाचारियों का खात्मा किया एवं सरकारी योजनाओं को आमजन तक पहुंचाया. यही वजह है कि सरकार ने अपनी जनकल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर पहुंचाने के लिए उन्हें महत्वपूर्ण जिलों का कलेक्टर बनाकर भेजा. यही नहीं उन्होंने तस्करी और अपराध के लिए कुख्यात जैसलमेर जैसे जिले में भी सरकारी योजनाओं का शानदार क्रियान्वयन करवाने में अहम भूमिका निभाई. अलवर में अवैध खनन के कारण छलनी हो चुकी अरावली की पहाड़ियों को बचाने में भी वह अहम रोल निभा रहे हैं. आईएएस आशीष गुप्ता जलग्रहण विकास और मृदा संरक्षण विभाग के डायरेक्टर का पद भी संभाल चुके हैं.

योजनाओं को धरातल पर लाने के लिए करते हैं कड़ी मेहनत

आशीष गुप्ता ऐसे ऑफिसर हैं जो सरकार की योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं. इसके लिए उनकी टीम और वह खुद लगातार योजनाओं के क्रियान्वयन की निगरानी करते रहते हैं. जिले का एक भी व्यक्ति केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं से वंचित न हो इसके लिए वह लगातार अधिकारियों के साथ बैठक करते हैं. अलवर जिले में भी वह आमजन तक योजनाओं को पहुंचाने के लिए लगातार विभिन्न विभागों के साथ बैठक करके समन्वय स्थापित कर रहे हैं. लोग उनकी इसी कार्यशैली और मेहनत के कायल हैं और वह जहां भी पोस्टेड होते हैं लोग उन्हें दिल से सलाम करते हैं.

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