न्यायमूर्ति डॉ. पुष्पेंद्र भाटी: पिता एयरफोर्स में ग्रुप कैप्टन रहे, पत्नी हाईकोर्ट में जज तो बहन ऐश्वर्या भाटी बतौर ASG सुप्रीम कोर्ट में कर रही देश की बेटियों का सिर गर्व से ऊंचा

Birthday Special Justice Dr. Pushpendra Bhati: देश के विभिन्न हाईकोर्ट्स में हजारों की संख्या में जज हैं. लेकिन कुछ जज ऐसे हैं जिनके शानदार निर्णय देश और समाज को एक नई दिशा दिखा देते हैं. ऐसे न्यायमूर्ति जनता के दिलों में भी बस जाते हैं. ऐसे ही हैं राजस्थान हाईकोर्ट में वरिष्ठ जज न्यायमूर्ति डॉ. पुष्पेंद्र भाटी. आज इनका जन्मदिन है. इन्हें जन्मदिवस की शुभकामनाओं के साथ हम आपको न्यायमूर्ति डॉ. पुष्पेंद्र भाटी के खूबसूरत सफर और दमदार व्यक्तित्व के बारे में बताने जा रहे हैं.

देशसेवा विरासत में मिली, पिता एयरफोर्स में ग्रुप कैप्टन रहे

न्यायमूर्ति डॉ. भाटी ने LLB, LLM के साथ न्यायिक क्षेत्र से जुड़े विषय पर पीएचडी करके डॉक्टरेट की उपाधि भी ली. साल 1992 से यह वकालत के पेशे से जुड़े. रिट ज्यूरिडिक्शन, रेवेन्यू, इलेक्शन, माइनिंग, एजुकेशन, पंचायती राज और क्राइम से जुड़े क्षेत्रों में इन्हें महारत हासिल रही हैं. वह राजस्थान हाईकोर्ट की जोधपुर पीठ में 13 अक्टूबर 2008 से 29 दिसंबर 2008 और 6 जनवरी 2014 से न्यायमूर्ति बनाए जाने तक एडिशनल एडवोकेट जनरल के पद पर रहे. इसके अलावा राज्य एवं केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में पैनल लॉयर के रूप में लंबे समय तक इन्होंने सेवाएं दीं. डॉ. भाटी राजस्थान बार काउंसिल के मेंबर (2009-2015) और हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष (2011-2013) भी रहे हैं.

छात्र राजनीति में भी रहे एक्टिव

न्यायमूर्ति डॉ. पुष्पेंद्र भाटी को खेलकूद से जुड़ी एक्टिविटीज में भी गहन रुचि हैं. वह उत्कृष्ट घुड़सवार, स्विमर, शूटर, सोलो ग्लाइडर पायलट हैं. उन्हें एनसीसी का ‘सी’ सर्टिफिकेट भी हासिल है. इसके अलावा उन्होंने कई राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस और टेलीविजन डिबेट्स में न्यायिक मुद्दों पर अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज करवाई है. वह जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में साल 1990-91 में छात्रसंघ के उपाध्यक्ष भी रहे.

ऐश्वर्या भाटी 2 बार एडिशनल सॉलिसिटर जनरल बनने वाली देश की अकेली महिला

न्यायमूर्ति डॉ. पुष्पेंद्र भाटी की छोटी बहन ऐश्वर्या भाटी हैं. वह न्यायमूर्ति डॉ. पुष्पेंद्र भाटी को प्यार से दादा बुलाती हैं और अपनी मां के साथ-साथ इन्हें भी अपना गुरु मानती हैं. ऐश्वर्या भाटी एडिशनल सॉलिसिटर जनरल बनने वाली देश की चौथी और दो बार एडिशनल सॉलिसिटर जनरल बनने वाली देश की इकलौती महिला हैं. इसके साथ ही वह राजस्थान की इकलौती महिला हैं जो इस पद पर पहुंची हैं. वहीं ऐश्वर्या भाटी सुप्रीम कोर्ट में सीनियर एडवोकेट का ओहदा पाने वाली भी राजस्थान की पहली महिला हैं.

ऐश्वर्या भाटी ने महिला सशक्तीकरण के लिए लड़ी कानूनी लड़ाई

ऐश्वर्या भाटी सुप्रीम कोर्ट में महिला सशक्तीकरण के प्रबल पैरोकारों में से एक मानी जाती हैं. महिला हित के मुद्दों पर वह सुप्रीम कोर्ट में हमेशा कानूनी लड़ाई लड़ने में आगे रही हैं. इन्होंने भारतीय सेनाओं की महिला अधिकारियों की स्थाई कमीशन और कमांड पदों के अधिकारों पर कानूनी लड़ाई लड़ी और जीती. ऐश्वर्या भाटी की जो जूनियर्स की टीम है उसमें भी लगभग सभी लड़कियां हैं. वह बीजेपी के नेशनल लीगल सेल के एडवोकेट पैनल में हैं और वह 2013-14 एवं 2014-2015 में सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन की 2 बार मानद सचिव रह चुकी हैं.

उत्कृष्ट व्यक्तित्व के धनी हैं न्यायमूर्ति डॉ. पुष्पेंद्र भाटी

बहन ऐश्वर्या भाटी बताती हैं कि न्यायमूर्ति डॉ. पुष्पेंद्र भाटी बेहतरीन न्यायमूर्ति होने के साथ-साथ शानदार व्यक्तित्व के धनी हैं. वह अपनी संपूर्ण सफलता का श्रेय न्यायमूर्ति डॉ. भाटी को देती हैं. पूर्व में इनके साथी वकील रहे लोग बताते हैं कि डॉ. पुष्पेंद्र भाटी का सदैव सरल, सौम्य एवं सुलभ व्यक्तित्व रहा है. यही बात अब इनकी अदालत में और इनके निर्णयों में भी महसूस की जा सकती है.

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